School teacher ki train me chudai
ट्रेन में मिली पुरानी स्कूल टीचर और माँ की उमर की उस टीचर के साथ मैंने अपना सफर रंगीन किया और उसकी चुदाई की!
ट्रेन में मिली पुरानी स्कूल टीचर और माँ की उमर की उस टीचर के साथ मैंने अपना सफर रंगीन किया और उसकी चुदाई की!
कामना और मैं उसके काॅलेज के काम से गए थे। वहां वक्त लगना था तो हमने एक पार्क में जाकर एक दूसरे के जिस्मों की आग भड़काई और मज़ा लिया।
Train ne aunty ke sath marti, ek jawan ladke ne ek shaadi shuda aunty ke gadrile jism ke maje liye. Desi kahan padhiye aur maje lijiye.
दोस्तो इसको कहानी नहीं, हकीकत समझने की जरूरत है. दीपक कानपुर से दिल्ली जा रहा था और ठंड के मौसम में रात की यात्रा काफी रंगीन हो गई जब एक शादी शुदा औरत खुद ही अपने बदन का नुमाइश कर दी.
जब कामना ने मुझे बाथरूम में लगी नहाते हुऐ देखा था। तभी मेरी डर के मारे गांड फट गई थी, फिर जब मै दोपहर को सो रहा था, तब कामना मेरे रूम में आई और मेरे लन्ड से खेलने लग गयी।
मेरी छोटे चाचा की बड़ी लड़की कामना बी.एड में दाखिला लेने आई थी ,उसके गोरे मुखड़े और सुडौल शरीर ने मेरा मन गंदा कर दिया, ये भूलकर की कामना मेरी बहन है।
हीना को मैं पहले चोद चूका हूँ, फिर एक दिन जब मैं अपने कॉलेज जा रहा था। तब मेरे पास हीना का फ़ोन आया, वो मुझे अपने साथ एक रूम में ले गयी। वहाँ जाते हि उसने मुझे चूमना शुरू कर दिया।
मैं अपनी चाची को चोद चूका था, अब मुझे उसकी चूत में मजा आने लग गया था। जब सुबह उसकी सासु माँ मंदिर गयी, तो चाची मुझसे चुदने के लिए फिर से मेरे पास आ गयी।
मेरी छोटी चाची विधवा थी, और उसके दो बच्चे भी थे। चाची अब मुझसे चुदने के लिए तैयार थी, जब मैं अब की बार उनके घर गया तो चाची मेरे पास आ कर मुझसे लिपट गयी।
मैं अपने पड़ोस में रहने वाली हीना को काफी टाइम से देख रहा था। एक दिन अचानक से वो मुझे मार्किट में मिली, उसी दिन मैंने उसे पटा लिया और हम दोनों जान गये की हम दोनों सेक्स करना चाहते है।
मै अपनी दीदी रिया के लिए तड़प रहा था, क्योकि अब वो मुझे अपनी चूत नही दे रही थी। फिर मुझे मम्मी से पता चला की कल रिया को देखने लड़के वाले आ रहे है।
दीदी और मेरी शर्त लगी हुई थी, और ७ दिनों तक मैंने दीदी को छुआ तक नही था। पर जब मैं एक दिन उसके रूम में उसकी ब्रा पन्टी देखी तो मेरा लंड खड़ा हो गया।
मेरी विधवा चाची अपनी एक बेटी और एक बेटा के साथ उन्नाव में रहती है और फिर एक बार मै उनसे मिलने गया तो कुछ ऐसा हुआ कि सारे रिश्ते शर्मशार हो गए
आज हम दोनों ने सिर्फ मुख मैथुन से ही मजे लेने की सोची थी, इसलिए मैं दीदी की चूत को अच्छे से चाट चाट कर उसका पानी निकल रहा था, फिर दीदी की बारी थी।
सुबह पहले मै उठा और मैंने दीदी को उठाया, फिर हम दोनों शावर के निचे एक साथ रोमांस करते हुए नहाये। उसके बाद मैं मार्किट में से ग्रभ निरोधक गोली लेने गया!
जैसे ही हमारे माँ बाप एक हफ्ते के लिए बहार गये, तो हम दोनों भाई बहन काफी खुश हो गये। मैं बाज़ार से ७ दिन का सारा सामान घर ले आया। फिर रात का खाने के बाद मैंने दीदी की चूत खायी।
कुछ दिनों बाद दीदी की चूत में फिर से आग लग गयी, और दीदी ने मुझे कॉलेज की स्पेशल क्लास के लिए बोल दिया। फिर में दीदी को अपने साथ एक बड़े होटल में ले गया।
रिया दीदी और मेरे बीच शारीरिक संबंध कई बार बन चुके थे ,दोनों अपने रिश्ते को भूलकर एक नए रिश्ते को जोड़ो थे। दीपक और रिया अब घर में भी चुदाई करने लगे!
मेरी बड़ी बहन रिया के साथ मेरे शारीरिक संबंध बन चुके थे और दोनों अब काम वासना के आगे रिश्ते को भूल चुके थे,इस कहानी के चार भाग लिख चुका हूं अब पांचवां पढ़िए!
रिया और दीपक के बीच जिस्मानी रिश्ते बन चुके थे और दोनों ने भाई और बहन के पवित्र रिश्ते को शर्मशार कर दिया , लेकिन बुर और लंड का रिश्ता सबसे अनोखा होता है।