पड़ोसन बनी दुल्हन-5

पढ़िए कैसे मेरी बीवी ने मेरी ही रजामंदी से मेरे पड़ोस में रहने वाले मर्द को फसाया और अपने बॉयफ्रेंड बनाया, आपको मजा आएगा!

पड़ोसन बनी दुल्हन-3

सारे मर्द मेरी बात से सहमत होंगे की अपनी बीवी तो चलो ठीक है, पर पडोसी की बीवी में जो मजा नजर आता वो कही नही, कहानी पढ़िए और जानिए!

पड़ोसन बनी दुल्हन-2

वैसे तो शुष्मा मेरे पडोसी की बीवी थी, पर उसके साथ बात करते करते उसके सेक्सी जिस्म को मैं कैसे निहारता पढ़िए इस कहानी में!

Drishyam, ek chudai ki kahani-52

इतना चोदा तुमने मुझको की सुध न रही मेरे तन में, यह लण्ड तेरा कैसा लण्ड है, कोई रहम नहीं उसके मन में? पढ़िए हिन्दी सेक्स स्टोरी।

Drishyam, ek chudai ki kahani-51

जब हवस दिमाग पे हावी हो तो तरिका तौर नहीं होता, बस लण्ड और चूत ही होती है, बाकी कुछ और नहीं होता। पढ़िए हिन्दी चुदाई स्टोरी।

Drishyam, ek chudai ki kahani-50

जब हवस दिमाग पे हावी हो तो तरिका तौर नहीं होता, बस लण्ड और चूत ही होती है, बाकी कुछ और नहीं होता। पढ़िए हिन्दी चुदाई स्टोरी।

Drishyam, ek chudai ki kahani-49

जिंदगी प्यार की दो चार घडी होती है चाहे छोटी भी हो यह उमर बड़ी होती है। कड़ी चुदाई हो तेरी अगर मोहब्बत से आखिरी लम्हें तक वह याद खड़ी होती है।

Drishyam, ek chudai ki kahani-46

चुदवाने को बेताब हो फिर भी मनाना है तुझे, गोरे बदन से प्यार से कपडे हटाना है तुझे। क़दमों में गिर कर गिड़गिडा चुदवाने को तैयार कर।

Drishyam, ek chudai ki kahani-45

औरत मर्दों से ऊँची है, सारे संसार की द्योति है। कमजोर नहीं चुदवाते हुए चूँकि वह निचे सोती है। माँ, बहन, बेटी, पत्नी बनकर बोजा सारा वह ढोती है।

Drishyam, ek chudai ki kahani-43

तगड़े मर्द से चुदवाने तैयार हो गयी आरती, पर अब क्या होगा मेरा यह चिंता उसको मारती। पढ़िए ये मस्त हिन्दी सेक्स स्टोरी।

Drishyam, ek chudai ki kahani-42

लण्ड मेरा यह बेकाबू है तेरी सूरत देखि जब से, चूत से मिलने को पागल है वह खड़ा ही रहता है तब से। कैसे उसको मैं शांत करूँ कैसे उसको मैं मनाऊंगा।