Bhikhari Ki Dua Se Chut Mil Gayi – Part 2
एक दिन नीतू की मौसी प्रेग्नेंसी की वजह से अस्पताल में दाखिल थी। तो नीतू की मौसी के पास उसकी माँ को रात को रहना था। जिससे मेरी किस्मत एक बार फिरसे जाग उठी।
एक दिन नीतू की मौसी प्रेग्नेंसी की वजह से अस्पताल में दाखिल थी। तो नीतू की मौसी के पास उसकी माँ को रात को रहना था। जिससे मेरी किस्मत एक बार फिरसे जाग उठी।
नीतू दीदी के बारे में बतादू वो हमारे ही मोहल्ले की 28 वर्षीय शादीशुदा लड़की है। उसकी अपने सुसराल में बनती नही थी। इस लिए वो 30 दिनों में 20 दिन मायके में ही देखी गयी थी।
बाबु जी शायद भांप गए थे के मेरा मन उनका मूसल लण्ड देखकर बहक गया है। उन्होंने मुझे अपने आगोश में लिया और मेरी पीठ सहलाने लगे।
इस कहानी में आप पढेगें कैसे एक बहु ने अपनी सासु माँ की मौत के बाद ससुर जी को देह सुख देखकर खुश किया।
हुआ ऐसे की मेरे घर के बिलकुल सामने मेरे पड़ोसी राम सिंह का घर है। काफी साल पहले उनका तो निधन हो गया है। अब परिवार में उसकी बीवी और उसके 2 बच्चे रहते है।
मनी ने भी समय की नज़ाकत समझी और एक एक करके अपने कपड़े उतारने लगी। अजय ने भी अपना नाईट सूट उतार दिया। अब आगे क्या हुआ इसके लिए पूरी कहानी पढ़िए!
अजय कुछ दिन तो देखता रहा के शायद आज मोबाईल की स्विच खुल जाये। उसके मन में उलटे सीधे ख्याल आने लगे जैसे के उसका मोबाइल पकड़ा न गया हो।
करीब 10 मिनट के सफर के बाद मनी का घर आ गया। मनी ने निचे उतरते हुए अजय को अंदर आने का न्योता दिया। उधर अजय भी न चाहते हुए मना न कर पाया।
हमारी आज की कहानी भी अजय मट्टू नाम के एक दोस्त की खुद की आप बीती है। वो लुधियाना से ही है। कैसे एक लड़की के वरोंग नंबर पर बात से लेकर वो चुदाई तक पहोंच गया.
अजय ने कैसे अपने दोस्त को खूनदान करने के बाद उसकी कुवारी बहन ज्योति को अपने प्यार का इजहार किया और खूनदान के बदले उनकी कुवारी चूत चोदी!
मेरी एक पड़ोसन जो एक बच्चे को जन्म नहीं दे पा रही थी, उसकी वजह से उसका घर टूटने लगा था. फिर मैंने उसे बच्चे का सुख देकर उसका घर टूटने से बचाया!
मेरे पड़ोस में रहने वाली बूढी औरत ने मुझे कहा के बेटा, मेरी बेटी यहां पास के गांव में ही रहती है। उन्होंने घर नया बनाया है। क्या तुम उनके दरवाजे बना दोगे?
सविता भाभी के साथ मेरी नजदीकी इतनी बढ़ गयी की है और वो दोनों एक हो गए, पर हमारे एक होने से भैया और भाभी को वो मिल गया जिसके लिए वो तरस रहे थे!
हमारी आज की कहानी उदयपुर के अजय श्रीवासतव ने भेजी है। हमारी कहानी की मुख्य नायिका की बात करे तो उसका नाम है सविता अग्रवाल (30) है।
मीना भाभी छत से होते हुए मेरे कमरे में तो आ पहुंची थी और उन्होंने मुझे उनके साथ मेरी हर इच्छा पूरी करने की अनुमति भी दे दी थी! पर तभी मेरी माँ ने दरवाजा खडका दिया और हम दोनों की मानो गांड ही फट गयी, खेर इसके आगे क्या हुआ उसके लिए आप पूरी कहानी पढ़िए और इसका लुफ्त उठाइए!
ये कहानी मेरी पड़ोसन भाभी और मेरे बीच हुए सेक्स के बारे में है। उमीद है आपको बहुत पसंद आएगी। हुआ यूं के मेरे घर के बिलकुल पीछे घर में रहने वाली भाभी जिसे हम मीना के नाम से जानेंगे। उसकी उम्र यही कोई 25 के करीब थी और उसका एक बन्दे के साथ चक्कर था जिसके बारे में मैं जान गया था!
मेरी विधवा प्रिंसिपल जो लगभग एक साल से प्यासी थी, जिसकी चूत पुरे एक साल से तड़प रही थी की कब उसके अन्दर कोई लोडा जाये उसे मुझे चोदने का मोका मिला।
मेरी प्रिंसिपल मुझसे चुदने को तेयार थी, जिससे मैं ख़ुशी में सोच रहा था के सारे स्कूल में सिर्फ मैं ही ऐसा बच्चा होऊंगा जो अपने स्कूल की प्रिंसिपल को चोदेगा।
मैं केसे अपने बेटे के सामने एक दिन नंगी आ गयी और मेरे सामने मेरा बेटा और एक मर्द था, मैंने किसका चयन किया? इसके लिए आप मेरी पूरी कहानी का लुफ्त उठाइए।
दोस्तों मेरी इस कहानी में पढ़िए की केसे मेरी बहन जब मेरे घर अपनी एक परीक्षा देने आई थी और केसे वो मेरे मेरा पति यानि अपने जीजा को जाते जाते अपनी चूत दे गयी!